kailasa के चक्कर में उलझा पैराग्वे
नित्यानंद के कथित देश ‘united states of kailasa’ के साथ मेमोरेंडम साइन करना पराग्वे के एक अधिकारी को ही नहीं वहां के पूरे कृषि मंत्रालय को भारी पड़ रहा है. दरअसल नित्यानंद के इस कथित देश के साथ बाकायदा एक देश की तरह डील साइन करने के बाद जब जवाब तलब हुए तब पराग्वे ने कहा कि इस देश का तो कोई अस्तित्व ही नहीं है. यह पहला मौका नहीं है जब नित्यानंद के इस कथित देश के चक्कर में किसी देश में सवाल उठे हों बल्कि यूनाइटेड नेशंस तक में यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलाशा का प्रतिनिधित्व बताने के चक्कर में हंगामा खड़ा हो चुका है. अमेरिकी शहर नेवार्क ने भी इसी कथित देश के साथ एक डील कर ली थी और बाद में इसके मेयर को माफी मांगनी पड़ी थी. पराग्वे के कृषि मंत्रालय के जिस प्रमुख कार्यकारी अधिकारी को हटाया गया है उसका कहना है कि इस ‘देश’ की आेर से कइ्र अच्छे प्रोजेक्ट्स बताए गए थे जिन्हें हमने मान लिया था.