October 4, 2024
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Gyanvapi को लेकर 839 की रिपोर्ट में एएसआई ने कहा पहले मंदिर था

ऑर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने काशी वि,वनाथ मंदिर से लगे हुए परिसर को लेकर जो रिपोर्ट जिला जज डॉक्टर अजय कृष्ण विश्वेश को सौंपी है उसमें कहा गया है कि वर्तमान ढ़ोचे से पहले यहां मंदिर था.अदालत ने रिपोर्ट सार्वजनिक कीर तब ये तथ्य सामने आया कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण का साफ मानना है कि वर्तमान ढ़ांचे से पहले उस जगह पर एक मंदिर हुआ करता था.ज्ञानवापी परिसर में एएसआई को जनार्दन और रुद्र जैसे शिलालेख मिले हैं. हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा है कि इस रिपोर्ट के मिलने के बाद वे मांग करेंगे कि वजूखाने को सील किया जाए वहीं दूसरी तरफ मुस्लिम पक्ष का कहना है कि इसके बाद वे अगली कानूनी लड़ाई के लिए तैययार हैं. इस सर्वे रिपोर्ट को पहले तो सार्वजनिक न करने का आवेदन दिया गया और बाद में कहा गया कि इसके मीडिया कवरेज पर रोक लगाई जाए.यह भी मंाग की गई थी कि पक्षों को रिपोर्ट की हार्ड कॉपी देने के बजाए ईमेल पर उपलब्ध करा दिया जाए लेकिन इन मांगों को खारिज करते हुए अदालत ने न कवरेज पर रोक लगाई और पक्षों को रिपोर्ट की हार्डकॉपी भी उपलब्ध कराई. हिंदू पक्ष के वकील ने रिपोर्ट को लेकर साफ किया है कि इससे साफ हो जाता है कि वर्तमान ढ़ांचा मंदिर को गिराकर बनाया गया था और उसके स्तंभों को अभी वजूखाने में इस्तेमाल कियसा जा रहा था.