fssai ने ‘जश्न ए रोशनी’ से पल्ला झाड़ा
दिवाली पर fssai की ओर से बताए जा रहे एक पोस्टर पर खूब हंगामा मचा था क्योंकि इसमें दिवाली को जश्न ए रोशनी बताया गया था. इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर संस्था को जमकर खिंचाई का सामना करना पड़ा था. अब एफएसएसएआई ने अपनी तरफ से सफाई देते हुए कहा था कि संस्था ने ऐसा कोई कार्यक्रम नहीं किया और न ही इस संदर्भ में कोई विज्ञापन को मंजूरी दी. फैब इंडिया ने भी दिवाली को जश्न ए रिवाज बताने की कोशिश की थी लेकिन विरोध के बाद उसने अपना विज्ञापन वापस ले लिया था. दरअसल 2020 में कांग्रेसी सांसद शशि थरुर ने भी दिवाली के लिए जश्न ए चराग शब्द इस्तेमाल किए थे लगभग ऐसे ही शब्द कथित तौर पर इस बार एफएसएसएआई ने इस्तेमाल किए हैं. सोशल मीडिया पर दिवाली पर जारी कुछ विज्ञापनों पर तीखी प्रतिक्रिया सामने आई थीं और यह विज्ञापन भी उनमें से एक था जिससे अब संस्था ने पल्ला झाड़ लिया है.