July 27, 2024
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Congress के अयोध्या न जाने के फैसले पर सोनिया का 2016 का पत्र वायरल

कांग्रेस ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में अयोध्या न जाने का फैसला किया है और तर्क दिया है कि धर्म व्यक्ति का निजी मामला है जबकि राम मंदिर को भाजपा ने राजनीतिक इवेंट बना दिया है. इसके जवाब में जिस तरह से सोनिया गांधी का 2016 में पोप को लिखा गया पत्र वायरल हो रहा है वह बताता है कि कांग्रेस के इस निर्णय से उसके समर्थक भी खुश नहीं हैं. दरअसल 2016 में जब वेटिकन में मदर टेरेसा को संत की उपाधि दिए जाने की बात उठी थी तो सोनिया गांधी की ओर से पत्र लिखकर इस निर्णय पर खुशी जताते हुए दो करोड़ ईसाइयों के खुश होने की बात कही गई थी, इस पत्र में सोनिया ने यह भी जिक्र किया था कि वे इस मौके पर वेटिकन पहुंचना चाहती थीं लेकिन स्वास्थ्यगत कारणों से वो टेरेसा को संत की उपाधि दिए जाने के मौके पर नहीं पहुंच सकेंगी. इसपत्र को बाकायदा कांग्रेस के ट्विटर हैंडल पर डाला गया था यानी यह कांग्रेस का आधिकारिक पक्ष था. इस पत्र का हवाला देकर पूछा जा रहा है कि धर्म को राजनीति से अलग रखने की ही मंशा थी तो उस समय ये पत्र किस आधार पर लिखा गया था और अब मंदिर का मामला होने से बात एकदम उलट कैसे गई है. वैसे कांग्रेस के कई नेता भी इस निर्णय से नाखुश हैं इनमें प्रमोद कृष्णम भी शामिल हैं जिनका कहना है कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को ठुकराना किसी भी तरह से उचित नहीं है.