sugar ही नहीं नमक और फैट भी ज्यादा हैं अधिकतर पैकेज्ड फूड में
हाल ही में खबर आई कि हार्लिक्स ने अपने प्रोडक्ट में शकर की मात्रा 14.4 प्रतिशत तक घटाई है और इससे पहले मैगी केचअप में भी शकर की माद्धत्रा 22 प्रतिशत तक कम की गई थी. कंपनियां भले कहती रहें कि उन्होंने यह कटौती किसी दबाव में नहीं की है लेकिन सच यह है कि पिछले कुछ समय में बढ़ी ग्राहकों की जागरुकता का इसमें बड़ा योगदान है. वैसे न्यूट्रीशन एडवोकेसी इन पब्लिक इंटरेस्ट (एनएपीआई) जैसी संस्था के सर्वे बताते हैं कि अब भी अधिकतर पैकेज्ड फूड में शकर, नमक और फैट की मात्रा कहीं ज्यादा है. दरअसल पैकेज्ड फूड में इमल्सीफायर, प्रिजरवेटिव, स्वीटनर, आर्टिफिशिश्ल कलर और फ्लेवर्स का उपयोग काफी होता है. इन प्रोडक्ट्स में अधिक मात्रा में नमक, शकर और सेचुरेटेड फैट ज्यादा होना इनका उपयोग करने वालों की सेहत पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है. रेवंत हिमसिंगका ने कुछ समय पहले हार्लिक्स के शुगर कंटेंट को लेकर एक वीडियो डाला था जिसमें बताया गया था कि प्रति सौ ग्राम हार्लिक्स में 37.4 ग्राम तक शकर होती है जो मानक से ज्यादा है आरैर नुकसानदायक है, हालांकि यह वीडियो उन्हें हटाना पउ़ा था लेकिन इसके बाद हार्लिक्स प्रोडक्ट की जो बैच आई उसमें शकर की मात्रा 14.4 प्रतिशत तक कम बताई गई थी यानी अब यह 32.2 ग्राम प्रति सौ ग्राम के आसपास है. हालांकि कंपनी का कहना है कि वह अपने ग्राहकों को सेहत वाला प्रोडक्ट देना चाहती है और शकर कम रखने पर पिछले लंबे समय से काम चल ही रहा था. इस तरह से इक्का दुक्का प्रोडक्ट से यदि नमक, याकर और फैट कम करने की बात हुई भी तो यह काफी छोटा काम है क्योंकि एनएपीआई ने 43 प्रोडक्ट की निगरानी की और पाया कि लगभग सभी में न्यूट्रिएंट ऑफ कंटेंट को लेकर दिक्कत थी और किसी में शकर, किसी में नमक तो किसी में सेचुरेटेड फैट की मात्रा तय मानक से कहीं ज्यादा मिली.