hiuen tsang जहां जहां गए वहां होगी खुदाई
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बिहार के वैशली क्षेत्र में लगभग हजार साल पहले व्हेन सांग के चीन से आने के प्रमाण मिलते हैं और अब बिहार में हर उस जगह पर पुरातत्व के हिसाब से खुदाई होगी जहां जहां व्हेन सांग के जाने की जगहें बताई जाती हैं. आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने बहार हेरिटेज डेवलपमेंट सोसायटी को इस बात की मंजूरी दे दी है कि वह चंदन नदी के आसपास के बांका और भदरिया में हिंदू माइथोलॉजी और बौद्ध धर्म के संकेतों को दृष्टिगत रखते हुए खुदाई करे. भदरिया में कुछ अवशेष पहले भी मिले हैं जिन्हें 2600 साल पुराना माना गया है. माना जाता है कि व्हेन सांग सम्राट हर्षवर्धन के समय लगभग हजार वर्ष पूर्व भारत आए थे और तब वे बिहार के एक बड़े क्षेत्र में गए थे. इस संदर्भ में नालंदा, नवादा, जहानाबाद, गया और पटना में भी कुछ जगहों पर पुरातत्व महत्व की जगहों पर खुदाई की जा चुकी है और अब उन क्षेत्रों के लिए भी मंजूरी मिल गई है जहां कई पुरा अवशेष मिलने की संभावना जताई गई है.