चाय निर्यातकों के बीच घबराहट
इजरायल और हमास के बीच चल रहे तनाव का सीधा असर भले भारतीय चाय निर्यातकों पर न दिख रहा ही लेकिन ईरान तक इसकी लेपन पहुंचने की संभावना से दबाव जरूर है. दरअसल भारतीय चाय का एक बड़ा अंश ईरान को निर्यात होता है और यदि जंग में ईरान के भी शामिल होने की संभावना बनी तो निर्यात और भुगतान दोनों पर असर पड़ना तय है. यह आशंका तो है ही कि माल की आवाजाही में दिक्कत न हो। दक्षिण भारत से सीटीसी चाय का निर्यात दुबई को होता है और यहां से ईरान और इराक जैसे देशों को पहुंचाने का रास्ता अपनाया जाता है.
भारतीय चाय निर्यातकों की ईरान पर काफी निर्भरता है और मौजूदा हालात में निर्यातकों के बीच घबराहट है क्योंकि निर्यात, पेमेंट और शिपमेंट तीनों पर असर पड़ रहा है