July 27, 2024
इंदौरप्रदेशभोपालमध्यप्रदेश

कहां से आ रहे हैं इतने मोरपंख

दीवाली के करीब आते ही पूरे मध्यप्रदेश में यह दृश्य आम है कि लोग मोरपंख से बने सामान लिए हुए सड़कों पर बेचते नजर आ रहे हैं लेकिन इस बार इन पंखों की इतनी ज्यादा संख्या है कि सोचकर ही भय लगता है कि इनके लिए मितने मोरों के साथ क्या सुलूक हुआ होगा. इन मोरपंख से जुडी चीज बेचने वालों से बात करें तो वे कहते हैं कि हम तो ये सब यूपी से मंगवाते हैं और इन्हें पाने के लिए मोरों को कतई नहीं छेड़ा जाता बल्कि ये पंख वे खुद गिराते हैं लेकिन जिस मात्रा में ये पंख आ रहे हैं उससे इन दावों पर यकीन कर पाना मुश्किल है कि ये मोरों के प्राकृतिक रुप से गिराए गए पंख ही हैं. जानकार कहते हैं कि मोरपंख के लिए राष्ट्रीय पक्षी के साथ बेहद बुरा बर्ताव करने के कई मामले तो सामने आए हैं लेकिन अधिकांश मामले तो सामने ही नहीं आ पाते हैं. यहां तक कि कई मामले तो मोर का मांस खाने के भी देखे गए हैं. ऐसे में यह मान पाना मुश्किल है कि बाजार में पहुंच रहे बड़ी मात्रा में मोरपंख मोरों के प्राकृतिक रुप से छोड़े गए हैं.